इमाम बख़्श नासिख़ टैग : फ़ेमस शायरी शेयर कीजिए
ना छेड़ो गमो की रख को, इसमे भी अंगारे होते है,
तो खुद ने अपना वजूद बचने के लिए हमको जुदा कर दिया!
"जो खुश है उदास भी वही हो सकता है, पर संतुष्ट है वह कभी उदास नहीं होता है।"
बहुत दिनों बाद आज मेरा दिल ये सोचकर रो दिया,
तू तो लहरों सी हो गई है, और मैं किनारों सा, मैं तुझमे बार बार डूबता हूँ तू मुझमे बार बार मिलती है।
कसक तुम #दूर कर दो,हम सिर्फ तुम्हारे? रह जाऐ हमें तुम इतना #मजबूर कर दो?????।
तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
बहुत खूबसूरत लगती हो ये ऐसे हि नहीं पूरी साजिश है मेरा हुस्न से कत्ल करने की।
भूले हैं रफ़्ता रफ़्ता उन्हें मुद्दतों में हम
जीने का एक नया ज़रिया मिला, जब से तेरा है हाँथ थामा।
"हम आजकल उन्हें नहीं जानते, जो जान ने लायक नहीं है।"
तन बदन पे तेरे नाम का टैटू बनवा लूं, तू कहे तो तेरे लिए जान read more भी दे दूं।
"ज़िंदगी की ज़मीं पर नमी सी है, मेरे घर में अपनों की कमी से ही।"